
तेज रफ्तार वाहन ने ली युवक की जान, अमाव गांव में पसरा मातम | परिजन को न्याय व मुआवज़े की माँग
Report By: Rupesh Kumar Dubey || Date: 21 Apr 2025
कैमूर, 21 अप्रैल — कैमूर जिले के रामपुर प्रखंड अंतर्गत अमाव गांव में रविवार की रात एक दर्दनाक सड़क हादसे में 32 वर्षीय युवक शिवकुमार राम की मौत हो गई। हादसा उस समय हुआ जब शिवकुमार राम एक बरात में शामिल होने के लिए अपने गांव से निकले थे, तभी एक तेज रफ्तार और अनियंत्रित वाहन ने उन्हें कुचल दिया। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि युवक के सिर पर वाहन का पहिया चढ़ गया, जिससे मौके पर ही उसकी दर्दनाक मौत हो गई। इस हादसे से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।
बरात में शामिल होने निकले थे शिवकुमार, नहीं लौटे वापस
स्थानीय लोगों के अनुसार, शिवकुमार राम रविवार की देर शाम करीब आठ बजे अपने रिश्तेदार के यहां बरात में शामिल होने के लिए निकले थे। वह सड़क किनारे से पैदल जा रहे थे कि अचानक तेज रफ्तार में आ रही एक अज्ञात वाहन ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि वाहन इतनी तेज थी कि ब्रेक लगाने का भी कोई प्रयास नहीं किया गया। टक्कर के बाद वाहन चालक फरार हो गया और शिवकुमार गंभीर रूप से घायल हो गए।
भभुआ सदर अस्पताल में पहुंचने तक नहीं बच पाई जान
घटना के बाद ग्रामीणों ने तत्परता दिखाते हुए शिवकुमार को भभुआ सदर अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। अस्पताल के डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पोस्टमार्टम की प्रक्रिया रविवार की देर रात करीब 1:30 बजे की गई, जिसके बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया। रात भर गांव में कोहराम मचा रहा और सोमवार सुबह से ही सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मृतक के घर जमा हो गए।
जिला परिषद सदस्य ने जताया शोक, प्रशासन से की मुआवजे की माँग
घटना की जानकारी मिलते ही जिला परिषद सदस्य विकास सिंह और समाजसेवी लल्लू पटेल भभुआ सदर अस्पताल पहुंचे और परिजनों से मुलाकात की। विकास सिंह ने शोक जताते हुए कहा, “कैमूर जिले में सड़क हादसों की संख्या लगातार बढ़ रही है। रोज किसी न किसी को तेज रफ्तार वाहन निगल रहे हैं, लेकिन प्रशासन और परिवहन विभाग इस ओर गंभीर नहीं है। ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह फेल हो चुकी है।”
उन्होंने आगे कहा, “मैं इस दुःख की घड़ी में मृतक के परिवार के साथ खड़ा हूँ। सरकार से मांग करता हूँ कि पीड़ित परिवार को यथाशीघ्र मुआवजा प्रदान किया जाए, ताकि उनका भरण-पोषण जारी रह सके। शिवकुमार राम गरीब परिवार से ताल्लुक रखते थे और घर के कमाने वाले सदस्य थे। उनके जाने से परिवार पर भारी संकट आ गया है।”
कैमूर में बढ़ते सड़क हादसे, प्रशासन बेपरवाह?
कैमूर जिले में सड़क हादसों की संख्या में बीते कुछ वर्षों में भारी वृद्धि देखी गई है। आंकड़ों के अनुसार, हर महीने जिले में औसतन 10 से 15 सड़क दुर्घटनाएं होती हैं, जिनमें अधिकांश कारण तेज रफ्तार, सड़क किनारे प्रकाश की कमी, ट्रैफिक नियमों की अनदेखी और प्रशासन की लापरवाही बताई जाती है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क किनारे पैदल चलना भी अब सुरक्षित नहीं रहा। रात के समय वाहनों की गति बेलगाम हो जाती है, और अक्सर ऐसे हादसे देखने को मिलते हैं। लेकिन इसके बावजूद न तो स्पीड कंट्रोल के उपाय किए जाते हैं और न ही कोई ठोस कार्रवाई होती है।
पीड़ित परिवार की स्थिति गंभीर
मृतक शिवकुमार राम अपने परिवार के इकलौते कमाने वाले सदस्य थे। उनके परिवार में वृद्ध माता-पिता, पत्नी और दो छोटे बच्चे हैं। हादसे के बाद परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। गांव के लोगों ने भी प्रशासन से शीघ्र सहायता देने की मांग की है।
गांव के एक बुजुर्ग रामाश्रय यादव ने कहा, “हमारे गांव में आए दिन हादसे हो रहे हैं, लेकिन कोई स्थायी समाधान नहीं निकल रहा। शिवकुमार बहुत मेहनती युवक था। उसकी असामयिक मौत ने सबको हिला कर रख दिया है।”
मुआवजा और कार्रवाई की मांग
ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने सरकार से मांग की है कि शिवकुमार राम के परिजनों को तत्काल ₹5 लाख का मुआवजा दिया जाए और अज्ञात वाहन चालक की पहचान कर उसे सख्त सजा दी जाए। साथ ही ट्रैफिक विभाग को निर्देश दिया जाए कि क्षेत्र में स्पीड ब्रेकर और चेतावनी संकेत लगाए जाएं, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
शिवकुमार राम की असामयिक मौत ने न सिर्फ उनके परिवार को बल्कि पूरे अमाव गांव को गहरे शोक में डुबो दिया है। यह हादसा कैमूर जिले में ट्रैफिक व्यवस्था की गंभीर खामियों को उजागर करता है। जब तक प्रशासन और ट्रैफिक पुलिस सचेत नहीं होंगे, तब तक ऐसी घटनाएँ यूं ही होती रहेंगी। अब समय आ गया है कि जिम्मेदार अधिकारी इस दिशा में ठोस कदम उठाएं और आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करें।