
विश्व परिवार दिवस पर दरभंगा में यूनेस्को क्लब के आयोजन में 11 दंपतियों की शादी की वर्षगांठ धूमधाम से मनाई गई
|| News Era || Dr. R>N Chaurasiya ||
दरभंगा, 15 मई।
विश्व परिवार दिवस के अवसर पर यूनेस्को क्लब ऑफ दरभंगा के तत्वावधान में एक भावनात्मक और प्रेरणादायक समारोह का आयोजन दरभंगा के रेडियो स्टेशन रोड स्थित महाराजा होटल में किया गया। इस विशेष आयोजन में कुल 11 दंपतियों की शादी की वर्षगांठ मनाई गई। इस समारोह ने न केवल वैवाहिक जीवन की खूबसूरत यादों को पुनर्जीवित किया, बल्कि परिवार संस्था की महत्ता और उसके मूल्यों को भी उजागर किया।
दंपतियों ने एक-दूसरे को पहनाई वरमाला, काटा केक
इस आयोजन में जिन 11 दंपतियों की शादी की वर्षगांठ मनाई गई, उनमें शामिल थे –
डॉ. ब्रजमोहन मिश्रा – डॉ. शशि मणि मिश्रा, डॉ. आर.एन.पी. सिन्हा – वीणा सिन्हा, डॉ. गीतेन्द्र ठाकुर – प्रो. पुनीता झा, डॉ. आर.एन. चौरसिया – डॉ. अंजू कुमारी, डॉ. शारिक हुसैन – सीमा, डॉ. शमीम अख्तर – शगुफ्ता तबस्सुम, मनोरंजन प्रसाद अग्रवाल – नीलम अग्रवाल, अशोक कुमार मनसरिया – पायल देवी, चंदन सिंह – अनामिका कुमारी, आशुतोष भगत – मंदाकिनी कुमारी तथा सुधीर गुप्ता – पिंकी गुप्ता।
इन सभी दंपतियों ने मंच पर एक-दूसरे को वरमाला पहनाकर और केक काटकर अपने वैवाहिक जीवन की खुशियों को साझा किया। इन भावनात्मक पलों के दौरान उपस्थित जनसमूह ने तालियों की गूंज से माहौल को और अधिक खुशनुमा बना दिया। दंपतियों ने एक-दूसरे को शुभकामनाएं दीं और अपनी शादी की रस्मों को याद करते हुए भावुक हो उठे।
पारंपरिक रीतियों का पालन और मांगलिक मंत्रोच्चार
समारोह की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई, जिसमें क्लब के सदस्यों ने भाग लिया। इसके पश्चात सभी दंपतियों को पारंपरिक चंदन-टीका लगाया गया। कार्यक्रम की विशेष बात यह रही कि पंडित राघवेन्द्र कुमार ने वैवाहिक मांगलिक मंत्रोच्चार कर पवित्रता का भाव जगाया। इन रस्मों ने माहौल को पूरी तरह पारिवारिक एवं सांस्कृतिक बना दिया।
70 से अधिक लोगों की गरिमामयी उपस्थिति
इस कार्यक्रम में 70 से अधिक लोगों ने भाग लिया। सभी उपस्थित जनों ने परिवार की महत्ता पर आधारित विचारों और अनुभवों को साझा कर आयोजन को सफल बनाया। कार्यक्रम का संचालन नीरज पंसारी और मोना पंसारी ने किया।
अध्यक्षीय संबोधन में परिवार की अवधारणा पर बल
कार्यक्रम में यूनेस्को क्लब के अध्यक्ष बिनोद कुमार पंसारी ने सभी दंपतियों को शादी की वर्षगांठ की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि,
“विश्व स्तर पर भारत में परिवार की अवधारणा सर्वाधिक मजबूत एवं महत्वपूर्ण है। यह संस्था केवल खून के रिश्तों पर आधारित नहीं, बल्कि भावनात्मक, नैतिक और सामाजिक उत्तरदायित्वों का अद्भुत समन्वय है।”
वक्ताओं के विचारों ने दिया गहराई से सोचने का अवसर
प्रो. बृजमोहन मिश्रा और डॉ. शशि मणि मिश्रा ने कहा कि,
“परिवार हमारी पहचान है और यह हमें हमारी जड़ों से जोड़ता है। यह हमारी भावनात्मक मजबूती का सबसे बड़ा आधार है।”
डॉ. आर.एन.पी. सिन्हा और वीणा सिन्हा ने बच्चों के विकास की बात करते हुए कहा,
“परिवार वह जगह है जहां बच्चों को मानवीय गुणों – दया, प्रेम, सहयोग, परोपकार आदि का पहला पाठ पढ़ाया जाता है।”
डॉ. आर.एन. चौरसिया और डॉ. अंजू कुमारी ने कहा कि,
“परिवार शिक्षा और सामाजिकता की प्रथम पाठशाला है। सुख और समृद्धि का मूल आधार भी यही है।”
डॉ. गीतेन्द्र ठाकुर तथा प्रो. पुनीता झा ने कोविड-19 के संदर्भ में परिवार की महत्ता को रेखांकित करते हुए कहा,
“कोरोना वायरस ने हमें यह सिखाया कि परिवार ही हमारी असली सुरक्षा है। लॉकडाउन के दौरान हम सबने परिवार के साथ रहकर इसका महत्व और भी गहराई से महसूस किया।”
डॉ. शमीम अख्तर और शगुफ्ता तबस्सुम ने आज के युग की व्यस्तता पर चिंतन करते हुए कहा,
“हालांकि भागदौड़ और आर्थिक दबावों के कारण परिवारों में विघटन की प्रवृत्ति बढ़ी है, लेकिन इसकी आवश्यकता और भी बढ़ गई है।”
सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने बांधा समां
समारोह के दौरान सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने उपस्थित लोगों को भावविभोर कर दिया।
माया द्वारा प्रस्तुत मोहक कथक नृत्य – ‘श्रीकृष्ण गोविंद हरे मुरारी’ पर – ने माहौल को आध्यात्मिक और सांस्कृतिक ऊर्जा से भर दिया।
इसके अलावा मनोरंजन प्रसाद अग्रवाल और नीलम अग्रवाल ने एक रोमांटिक गीत गाकर सभी का मन मोह लिया। तालियों की गड़गड़ाहट से समारोह गूंज उठा।
अनुभवों की साझेदारी बनी आकर्षण का केंद्र
सुधीर गुप्ता – पिंकी गुप्ता, अशोक कुमार मनसरिया – पायल देवी, चंदन सिंह – अनामिका कुमारी और आशुतोष भगत – मंदाकिनी कुमारी ने मंच से अपने वैवाहिक जीवन के खट्टे-मीठे अनुभव साझा किए। उनकी आपबीती सुनकर दर्शक भावुक हो उठे और कार्यक्रम को खूब सराहा।
क्लब के सचिव और कोषाध्यक्ष का योगदान
क्लब के सचिव राघवेन्द्र कुमार ने अतिथियों का स्वागत करते हुए यूनेस्को क्लब ऑफ दरभंगा के उद्देश्यों और कार्य योजनाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि क्लब लगातार पारिवारिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और शैक्षणिक गतिविधियों के माध्यम से समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने हेतु प्रयासरत है।
धन्यवाद ज्ञापन कोषाध्यक्ष ललित खेतान द्वारा किया गया, जिन्होंने सभी उपस्थित अतिथियों, दंपतियों और सहयोगियों को धन्यवाद देते हुए कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आभार जताया।
राष्ट्रगान के साथ हुआ कार्यक्रम का समापन
कार्यक्रम का समापन सामूहिक राष्ट्रगान के साथ हुआ। सभी उपस्थित लोगों ने एक स्वर में ‘जन गण मन’ गाकर देशप्रेम की भावना को बल दिया। इस आयोजन ने साबित कर दिया कि परिवार संस्था न केवल सामाजिक विकास की नींव है, बल्कि भावनात्मक स्थिरता और मानवीय मूल्यों की सबसे बड़ी पाठशाला भी है।