नीरज कुमार मिश्रा ने छोड़ी भाजपा, जन सुराज में हुए शामिल

नीरज कुमार मिश्रा ने छोड़ी भाजपा, जन सुराज में हुए शामिल — रोहतास के शिवसागर में जन सुराज को मिली नई मजबूती
|| News Era || रोहतास (शिवसागर) || 18 मई 2025 || Rupesh Kumar Dubey ||
शिवसागर प्रखंड की सियासत में शनिवार को बड़ा बदलाव देखने को मिला, जब भाजपा नेता सह सिकरौर पंचायत के बीडीसी प्रत्याशी नीरज कुमार मिश्रा ने भारतीय जनता पार्टी को अलविदा कहकर अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ जन सुराज पार्टी का दामन थाम लिया। इस सामूहिक दल-बदल की गूंज न केवल स्थानीय राजनीति में सुनाई दी, बल्कि जन सुराज पार्टी के लिए यह एक मजबूत जनाधार की दिशा में बढ़ता अहम कदम माना जा रहा है।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में नीरज मिश्रा ने भावुक शब्दों में अपने राजनीतिक रुख को स्पष्ट किया। उन्होंने कहा, “मैं वर्षों से भारतीय जनता पार्टी के साथ जुड़ा रहा, संगठन के लिए निष्ठा से कार्य किया, लेकिन अब पार्टी की नीतियों और जमीन से कटती सोच ने मुझे निराश किया है। बिहार में बदलाव की जो आवश्यकता है, उसे जन सुराज पार्टी और प्रशांत किशोर जी की ‘बदलाव यात्रा’ ही पूरा कर सकती है। यह यात्रा केवल एक राजनीतिक आंदोलन नहीं, बल्कि सामाजिक चेतना का जागरण है।”
नीरज मिश्रा ने प्रशांत किशोर की नेतृत्व क्षमता और बिहार के प्रति उनकी प्रतिबद्धता की सराहना करते हुए कहा कि “जन सुराज एकमात्र ऐसी पार्टी है जो जाति-धर्म के भेदभाव से ऊपर उठकर गरीब, वंचित, और हाशिए पर खड़े लोगों के लिए लड़ रही है। इस पार्टी में आम कार्यकर्ता को भी सम्मान मिलता है, जबकि अन्य दलों में केवल बड़े नेताओं की चलती है।”
नगर अध्यक्ष रत्नेश रमन पाठक ने किया स्वागत
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता सासाराम नगर अध्यक्ष रत्नेश रमन पाठक ने की, जिन्होंने नीरज मिश्रा और उनके समर्थकों का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए कहा, “जन सुराज पार्टी का उद्देश्य किसी एक व्यक्ति को सत्ता में लाना नहीं, बल्कि पूरे शासन तंत्र को बदलना है। हमारी पार्टी गरीब, मजदूर, किसान, युवा और महिलाओं के अधिकारों की लड़ाई लड़ रही है।”
उन्होंने आगे कहा कि “प्रशांत किशोर जी की सोच है कि जब तक हर गांव, हर पंचायत, हर मोहल्ला आत्मनिर्भर नहीं होगा, तब तक बिहार का वास्तविक विकास नहीं हो सकता। इसीलिए जन सुराज की परिवर्तन यात्रा हर कोने तक पहुंच रही है और आज शिवसागर में नीरज मिश्रा जैसे सक्रिय नेता का साथ मिलना हमारे लिए गर्व की बात है।”
कार्यक्रम में जुटी भीड़ और नेताओं की मौजूदगी
कार्यक्रम में जन सुराज पार्टी के स्थानीय और क्षेत्रीय स्तर के कई नेताओं की उपस्थिति रही, जिनमें संजय कुमार मिश्रा, चंदन कुमार, विक्की पांडे, अजीत कुमार, मनीष मिश्रा, हरिशंकर ओझा, बृजेश कुमार, गौरव, सुशील पासवान, अखिलेश पासवान, राजेश पाल, पिंटू प्रजापति, कृष्ण प्रसाद, सुदामा जी, रोहित मिश्रा, धीरज कुमार, दीनबंधु बिद, मनोज गुप्ता, बिट्टू दुबे और शिव शंकर दुबे प्रमुख रूप से शामिल थे।
सभी ने एक सुर में इस निर्णय का स्वागत किया और इसे जन सुराज के बढ़ते प्रभाव का प्रमाण बताया। वक्ताओं ने बताया कि यह बदलाव किसी एक नेता का नहीं, बल्कि जनता के मन में उपजे विश्वास और उम्मीद का परिणाम है।
नारा बना: “बदलाव की बयार है, जन सुराज की सरकार है”
पूरे कार्यक्रम के दौरान कार्यकर्ताओं और उपस्थित जनसमूह में उत्साह की लहर देखने को मिली। “बदलाव की बयार है, जन सुराज की सरकार है”, “नीरज मिश्रा ज़िंदाबाद”, “प्रशांत किशोर आगे बढ़ो, हम तुम्हारे साथ हैं” जैसे नारों से वातावरण गूंजता रहा। लोग अपने हाथों में पार्टी के झंडे और बैनर लिए हुए थे, जिससे पूरा कार्यक्रम स्थल एक चुनावी रैली में तब्दील हो गया।
क्षेत्र में राजनीतिक हलचल तेज
नीरज मिश्रा की इस राजनीतिक पारी ने स्थानीय राजनीति में हलचल मचा दी है। सिकरौर पंचायत और आसपास के गांवों में इसे लेकर चर्चाएं तेज हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह कदम भाजपा को पंचायत स्तर पर नुकसान पहुँचा सकता है, क्योंकि नीरज मिश्रा लंबे समय से जमीनी राजनीति से जुड़े रहे हैं और आम जनता में उनकी अच्छी पकड़ है।
एक स्थानीय ग्रामीण रामलाल यादव ने बताया, “नीरज बाबू को लोग अपना मानते हैं। जब वो जन सुराज में गए हैं, तो हम भी अब उसी पार्टी को समर्थन देंगे जो हमारे दुख-सुख में साथ खड़ी हो।”
मिश्रा समर्थकों की प्रतिक्रिया
कार्यक्रम में शामिल नीरज मिश्रा के कई समर्थकों ने खुलकर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि भाजपा में जमीनी कार्यकर्ताओं की अनदेखी हो रही थी और बड़े नेताओं की मनमानी चल रही थी। अब उन्हें जन सुराज में एक नयी ऊर्जा और दिशा मिल रही है।
संध्या देवी, जो कि महिला मंडल से जुड़ी हैं, ने कहा, “हम लोग वर्षों से भाजपा का प्रचार करते रहे, लेकिन आजतक हमारे मोहल्ले की गलियां तक नहीं बनीं। अब उम्मीद है कि जन सुराज में हमारी आवाज सुनी जाएगी।”
जन सुराज की नीति बनी आकर्षण का केंद्र
जन सुराज पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता का बड़ा कारण उसकी नीति और कार्यशैली है। पार्टी न केवल भ्रष्टाचार और जातिवाद के विरुद्ध खड़ी है, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य और पंचायत स्तर पर विकास को प्राथमिकता देती है। ‘बदलाव यात्रा’ के तहत प्रशांत किशोर खुद गांव-गांव जाकर लोगों से संवाद कर रहे हैं और उनकी समस्याओं को समझ रहे हैं।
नीरज मिश्रा और उनके समर्थकों का जन सुराज में शामिल होना पार्टी के लिए न सिर्फ संख्या में बढ़त है, बल्कि इससे यह संदेश भी गया है कि अब जनता पारंपरिक राजनीति से ऊब चुकी है और उसे नए विकल्प की तलाश है। जन सुराज पार्टी उसी विकल्प के रूप में उभरती दिखाई दे रही है।