प्रशांत किशोर का औरंगाबाद में सियासी धमाका: “मोदी जी वोट लेते हैं बिहार से, फैक्ट्री लगाते हैं गुजरात में”
Aurangabad News

प्रशांत किशोर का औरंगाबाद में सियासी धमाका: “मोदी जी वोट लेते हैं बिहार से, फैक्ट्री लगाते हैं गुजरात में”
संक्षिप्त समाचार :
औरंगाबाद के नबीनगर में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा। कहा, “वोट बिहार से, फैक्ट्री गुजरात में लगती है।” उन्होंने जनता से बच्चों की शिक्षा-रोजगार के लिए वोट देने की अपील की। साथ ही 60 साल से ऊपर के लोगों को ₹2000 पेंशन और बच्चों को मुफ्त प्राइवेट शिक्षा का वादा किया।
हाईलाइट :
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नबीनगर में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने पीएम मोदी पर सीधा हमला बोला।
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कहा – वोट बिहार से, लेकिन फैक्ट्रियां गुजरात में लगती हैं।
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जनता से बच्चों की शिक्षा और रोजगार को प्राथमिकता देने की अपील।
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60 वर्ष से ऊपर के लोगों को ₹2000 मासिक पेंशन देने का ऐलान।
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15 साल से कम उम्र के बच्चों की प्राइवेट स्कूल फीस सरकार द्वारा देने का वादा।
Report By : Chitranjan Kumar ( News Era) || Date : 13 June 2025 ||
भूमिका: बिहार बदलाव यात्रा पहुंची औरंगाबाद
बिहार में “जन सुराज” आंदोलन की अगुवाई कर रहे प्रशांत किशोर (PK) इन दिनों लगातार जनता के बीच जाकर अपने विचार रख रहे हैं और वर्तमान राजनीतिक नेतृत्व पर तीखे सवाल उठा रहे हैं। इसी क्रम में वे सोमवार को औरंगाबाद जिले के नबीनगर पहुंचे, जहां हजारों की भीड़ ने उनका स्वागत किया और उनकी सभा में बढ़-चढ़कर भाग लिया।
नबीनगर प्रखंड के अनुग्रह नारायण स्टेडियम में आयोजित “बिहार बदलाव सभा” में प्रशांत किशोर ने जनता को संबोधित करते हुए साफ कहा कि इस बार का चुनाव मोदी, नीतीश और लालू के लिए नहीं, बल्कि बिहार की शिक्षा, रोजगार और ईमानदारी की राजनीति के लिए होना चाहिए।
मोदी सरकार पर बड़ा हमला: “वोट बिहार से, निवेश गुजरात में!”
प्रशांत किशोर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला करते हुए कहा—
“मोदी जी बिहार की जनता से वोट लेते हैं, और फैक्ट्री लगाते हैं गुजरात में। बिहार के गांवों में बेरोजगारी है, लेकिन गुजरात के गांव-गांव में फैक्ट्रियां हैं।”
उन्होंने सवालिया लहजे में भीड़ से पूछा—
“जब वोट आपका है, तो फैक्ट्री कहां लगनी चाहिए? गुजरात में या बिहार में?”
जनसभा में उपस्थित जनता ने जोरदार तरीके से “बिहार में” का समर्थन किया।
व्यवस्था परिवर्तन का आह्वान: “अब चेहरों से नहीं, मुद्दों से वोट कीजिए”
प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार की राजनीति अब चेहरे के आधार पर नहीं, मुद्दों के आधार पर होनी चाहिए। उन्होंने जनता से अपील की कि वे इस बार वोट देने से पहले लालू, नीतीश और मोदी जैसे पुराने नेताओं की बजाय अपने बच्चों का चेहरा याद करें और फैसला करें।
“इस बार वोट अपने बच्चों की पढ़ाई, नौकरी और भविष्य के लिए दीजिए। जो नेता आपको सिर्फ जाति, धर्म या चेहरा दिखा कर वोट मांगते हैं, उनसे सावधान रहिए।”
जनता का राज लाने का वादा: ‘अब बिहार में जनता चलेगी, नेता नहीं’
प्रशांत किशोर ने कहा कि “जन सुराज” का मकसद केवल सत्ता प्राप्ति नहीं, बल्कि बिहार की व्यवस्था में संपूर्ण बदलाव लाना है।
“हम जनता के साथ मिलकर सरकार बनाएंगे, और फिर वही जनता तय करेगी कि स्कूल कैसे चलेंगे, अस्पताल कैसे काम करेंगे और अधिकारी कैसे काम करें।”
प्रशासन और भ्रष्टाचार पर कटाक्ष: “राशन कार्ड से लेकर रसीद तक, सब कुछ रिश्वत में”
सभा में प्रशांत किशोर ने यह भी बताया कि कैसे आज बिहार में सामान्य काम जैसे राशन कार्ड बनवाना, जमीन की रसीद कटवाना या नौकरी के लिए आवेदन देना तक रिश्वत के बिना नहीं होता।
“बिहार का आम आदमी सिस्टम से लड़ते-लड़ते थक गया है। अब इस व्यवस्था को बदलना होगा और इसके लिए हमें जनभागीदारी के साथ नई राजनीति शुरू करनी होगी।”
शिक्षा और रोजगार पर फोकस: “अब आपके बच्चे बाहर मजदूरी नहीं करेंगे”
प्रशांत किशोर ने एक अहम घोषणा करते हुए कहा कि—
“इस साल छठ के बाद बिहार का कोई भी युवा मजदूरी करने के लिए बाहर नहीं जाएगा। हम उन्हें बिहार में ही रोजगार देंगे।”
उन्होंने कहा कि शिक्षा और रोजगार व्यवस्था सुधारने के लिए ठोस योजनाएं तैयार की गई हैं और इसे लागू किया जाएगा।
बड़ा ऐलान: हर बुजुर्ग को ₹2000 पेंशन, बच्चों की फीस सरकार देगी
सभा में प्रशांत किशोर ने जनता से दो बड़े वादे किए:
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बुजुर्गों के लिए पेंशन स्कीम:
दिसंबर 2025 से 60 साल से ऊपर के प्रत्येक पुरुष और महिला को ₹2000 की मासिक पेंशन दी जाएगी।
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बच्चों के लिए फ्री प्राइवेट एजुकेशन:
15 साल से कम उम्र के बच्चों को निजी स्कूलों में पढ़ने का अधिकार मिलेगा और उनकी फीस सरकार भरेगी।
“सरकारी स्कूलों के हालात बदलने तक गरीब बच्चे भी इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ सकें, इसके लिए सरकार उनकी पूरी फीस भरेगी।”
जन समर्थन का उत्साह: “ढोल-नगाड़ों से हुआ जोरदार स्वागत”
नबीनगर में प्रशांत किशोर के आगमन पर स्थानीय जनता और समर्थकों में भारी उत्साह देखा गया। सैकड़ों गाड़ियों के काफिले के साथ PK स्टेडियम पहुंचे और वहां जनसभा को संबोधित किया।
लोगों ने ढोल-नगाड़ों, माला और नारों के साथ उनका स्वागत किया। सभा में युवाओं, महिलाओं और बुजुर्गों की भारी भीड़ PK को सुनने के लिए उमड़ पड़ी थी।
प्रशांत किशोर का संदेश: “हम झूठ नहीं बोलते, काम करके दिखाएंगे”
सभा के अंत में प्रशांत किशोर ने कहा—
“मैं कोई राजनेता नहीं हूं। मैं न तो लालू हूं, न नीतीश, और न ही मोदी। मैं झूठे वादे नहीं करता, जो कहता हूं उसे करके दिखाता हूं।”
उन्होंने जनता से वादा किया कि अगर जन सुराज को मौका मिला, तो बिहार को विकास के मामले में भारत के शीर्ष राज्यों में शामिल कर दिया जाएगा।
‘बदलाव की आहट है, बिहार में नई क्रांति की शुरुआत’
प्रशांत किशोर की “बिहार बदलाव यात्रा” अब केवल एक राजनीतिक अभियान नहीं रही, बल्कि वह एक जनआंदोलन का रूप लेती जा रही है। उनके भाषणों में न केवल सच्चाई की बात होती है, बल्कि एक ऐसा विज़न भी दिखता है, जो आम आदमी के दिल को छूता है।
बिहार में जो राजनीतिक ऊब और व्यवस्था से थकान है, उस माहौल में PK एक नये विकल्प के रूप में उभर रहे हैं। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या जनता इस बदलाव को स्वीकारती है और “जनता का राज” वास्तव में स्थापित होता है या नहीं।
उप-शीर्षक सारणी
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बिहार बदलाव यात्रा: औरंगाबाद में PK का स्वागत
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मोदी पर सीधा हमला: वोट बिहार से, निवेश गुजरात में!
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मुद्दों की राजनीति का आह्वान
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जनता का राज बनाम नेताओं का शासन
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भ्रष्टाचार पर करारा प्रहार
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शिक्षा व रोजगार पर स्पष्ट प्लानिंग
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पेंशन व मुफ्त प्राइवेट शिक्षा का वादा
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जनता के जोश ने दिया बड़ा संदेश
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PK: ‘मैं नेता नहीं, बदलाव का माध्यम हूं’